!!.... मढ़ी के बंजारी ....!!
मैं पहली तोला मनावव वो मढ़ी के बंजारी
मैं पहली तोला मनावव वो खपरी के बंजारी.......
1/ गाँव गौतरि हा तोला नई भाये
बंजर मा जा के विराजे |
चइत कुंवार मा मेला भराथे
सब मनखे देखे ला आथे ||
मैं पहली तोला .........
2/ जगमग जगमग ज्योत जलत हे
सब जगा हबय जगमगाये |
बघवा ऊपर मा बइठे दाई
सब देवता फूल बरसाए ||
मैं पहली तोला .......
3/ बगिया हाबय तोर अति सुन्दर
मन भावन अति भाये |
भगतन मन हा करे आरती
अउ जयकारा लगवाये ||
मैं पहली तोला .....
4/ कतका मैं बखान करव तोर
मोर मन हा भरमाये |
मुड़ी नवा के पइया परत हव
रोशन तोर जस गाये ||
मैं पहली तोला .......
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----रचनाकार----
रोशन पैकरा "मयारू"
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